आपने बहुत राजनीति से सम्बंधित लेख पढ़े होंगे, आपको अगर वास्तव में राजनीति को समझना है तो इस लेख को, राजनीति की विचारधारा को जरुर जाने समझे पढ़े |
राजनीति को समझने के बाद आप, आपकी अपनी किस्मत और तक़दीर खुद लिखेंगे |
राजनीति दो शब्दों से मिलकर बनी है,
1. राज, और दूसरा
2. नीति,
यहाँ पर राज का सम्बंध राज करने से है |
और नीति का सम्बंध,
किस नियम से राज करना है, इससे है |
अर्थात – राज करने की नीति ही राजनीति है |
यहाँ पर शब्द का अर्थ को स्पस्ट कर देना चाहता हूँ |
राज का अर्थ – राज, गुप्त जानकारी को भी कहते है , पर यह वह राज नहीं है |
राज का अर्थ – राजा का राज करना को भी राज कहते है , पर यह राजा का राज करना से भी नहीं है |
राज का अर्थ – राज का सम्बंध राज्य से भी नहीं है, यह अलग राज है |
राज का वास्तविक अर्थ – राज का सम्बंध राज करने से है |
नीति का अर्थ – नीति को नियम कहते है, किस प्रकार से राज करना है, किस नीति से राज करना है, किस नियम से राज करना है, यह नीति नियम बताता है |
अब तक आपने राजनीति का अर्थ जाना अब परिभाषा जाने |
राजनीति की परिभाषा – अपने विचारों से, किसी दुसरे को प्रभावित करने का नाम ही, राजनीति है |
इसे इस तरह कह सकते है, जब कोई अपने विचारों से किसी दुसरे को प्रभावित कर लेता है, अर्थात राजनीति कर लेता है |
यहाँ पर स्पस्ट हो जाता है, राजनीति का सम्बंध विचार से है |
इस अनुसार से विचार को समझना जरुरी है |
विचार क्या है ?
समानता की भावना ही विचार है |
अर्थात जब हम किसी को हेल्लो कहते है , और उससे बदले में हेल्लो की आशा रखते है |
यहाँ पर दोनों ओर से समानता आ रही है, इसी को विचार कहते है |
राजनीति कैसे की जाती है ?
जब कोई नीति के माध्यम से, किसी दुसरे को अपने में प्रभावित करके राजनीति करता है |
राजनीति कितने प्रकार की होती है ?
राजनीति दो प्रकार की होती है |
1. समानता की राजनीति ( अच्छी राजनीति, )
और दूसरा
2. असमानता की राजनीति ( गन्दी राजनीति )
उदाहरण :- अगर कोई मुख्यमंत्री अपने बच्चे को बड़े प्राइवेट स्कूल में पढ़ा रहा हो |
और गरीब से कह रहा हो, तुम्हारा बच्चा, सरकारी स्कूल में पढ़ेगा |
अगर कोई कहता है, आप शराब पीओ |
यह गन्दी राजनीति है |
और वही मुख्यमंत्री अगर यह कहे, की मेरा बच्चा उसी स्कूल में पढ़ेगा, जिस स्कूल में आपका बच्चा पढ़ेगा |
यह अच्छी राजनीति है |
और वही कहता है,
राजनीति किसके लिए की जाती है ?
राजनीति प्रकृति के लिए की जाती है |
कोई सोचता है, राजनीति मानव के लिए की जाती है, लेकिन वास्तव में राजनीति प्रकृति के लिए की जाती है |
मानव का जीवित शरीर पांच तत्व से बना होता है |
भूमि, गगन, वायु, आकाश, नीर,
राजनीति में स्वच्छ वायु और आक्सीजन के लिए राजनीति की जाती है |
राजनीति में पानी , और पीने के स्वच्छ पानी के राजनीति की जाती है |
राजनीति में आग, खाना पकाने की समाग्री के लिए राजनीति की जाती है |
राजनीति में भूमि, प्राकृतिक मृदा तत्व, और मिटटी तत्व को सुरक्षित रखने के लिए राजनीति की जाती है |
क्या इनमे से किसी एक चीज के बिना कोई मानव जीवित रह सकता है, अगर नहीं तो, राजनीति इनकी आवश्यकता, और इनको स्वच्छ, और बचाए रखने के लिए की जाती है |
और जो इनको नष्ट करने का कार्य करता है, वह गन्दी राजनीति करता है |
राजनीति मानव में किस प्रकार से की जाती है ?
मानव में राजनीति दो प्रकार से की जाती है,
1. शरीर से,
और दूसरा
2. मन से,
जब विचार शरीर से सम्बंधित हो तो शरीर की राजनीति |
और
जब विचार मन से हो तो मन की राजनीति |
इसे इस तरह से समझ सकते है |
गुलामी से,
किसी को शरीर से गुलाम बना कर उस पर राज किया जा सकता है |
और दूसरा,
उसके मन को गुलाम बना कर उस पर राज किया जा सकता है |
हम जिस राजनीति की पढाई और अध्ययन कर रहे है, यह राजनीति वोट की राजनीति और बिना वोट की राजनीति से सम्बंधित है |
इस राजनीति को हर एक के ऊपर लागु कर सकते है |
आगे लेख जारी है …..
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