पूरी घटना का अपराधिक रिपोर्ट योगेन्द्र धिरहे के द्वारा, पढ़े पूरा रिपोर्ट |
3 साल के आयुष का मंगलवार को दिन के 2 अपहरण हो गया, 5 दिन बाद बच्चे का शव मिला,
यह घटना है, छत्तीसगढ़ के, जांजगीर चाम्पा जिले के मालखरौदा थाने, विधानसभा चन्द्रपुर, ग्राम बड़ेसीपत जो मेन रोड़ सक्ति और छपोरा के बीच में है |
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3 साल के आयुष के फ़ोटो |
पढ़े पूरा रिपोर्ट
इस रिपोर्ट में उन सभी पॉइंट को कवर किया गया है, जो अपराधी को पकड़ने में सहायक हो |
क्षेत्र में इस तरह का पहला मामला है, अपहरण के और मर्डर के मामले से क्षेत्र में डर का माहौल है |
1. आयुष का शव किडनेप होने के बाद गाँव के समीप खेत जाने वाले रास्ते से लगे कुएं में मिलना |
2. घर से मात्र 500 मीटर की दूरी पर शव मिलना |
3. गाँव के पास में ही शव का मिलना |
इस आर्टिकल में यह सभी #हेडिंग शामिल हैं
शव मिलने का स्थान
जिस जगह पर शव मिला, वह गाँव के करीब है, तथा पुरे गाँव और आस पास का खोज किया जा चूका था |
बच्चे का शव अपहरण के 3 से 4 दिन बाद मिला है |
जिस जगह पर बच्चे का शव मिला, जाहिर सी बात है, बच्चे को मर्डर करके रात में ही फेंका गया होगा |
अगर रात में फेंका गया है, तो बाहरी व्यक्ति गाँव के हर जगह परिचित नहीं हो सकता |
इसलिए पूरा 100% शक गाँव के ही व्यक्ति, या परिचित के व्यक्ति पर शक जाता है |
आखिर क्या हो सकता है, बच्चे का मर्डर करने का कारण
1. फिरौती करने (बच्चे के बदले पैसे) मांगने के फ़िराक से किडनेप किया गया होगा |
2. फिरौती न कर पाने की वजह से, तथा बच्चे के द्वारा किडनेप करने वाले को बता देने के डर से मर्डर |
3. अगर फिरौतो करने के फ़िराक से बच्चे का अपरहण किया गया था, तो मर्डर क्यों?
4. सीधे मर्डर करने के उद्देश्य से |
एक और पहलू अंधविश्वास नर बलि,
एक नजर से देखें तो, बच्चों के साथ कई ऐसे मामले आते है, जो बलि या अंधविश्वास से जुआ हुआ होता है |
मात्र 3 साल बच्चा किडनेप कैसे हुआ
बच्चा को जिसने भी किडनेप किया है, उसके तीन ही पहलु हो सकते है |
1. गाँव का व्यक्ति , या परिचित का |
2. गाँव के व्यक्ति के द्वारा बच्चे के बारे से जानकारी देकर अपहरण |
3. सीधे बाहरी व्यक्ति का हाँथ |
हमारे छत्तीसगढ़ में अन्य राज्य से अधिक मात्रा में चोर और डाकू लोग घटना को अंजाम दे रहे है, इस पर भी गौर किया जा सकता है |
अपहरण का समय
अपहरण दिन के दो बजे हुआ,
घर के एक व्यक्ति ने दो बाइक वालों को बच्चे को ले जाते हुए देखा |
और मालखरौदा थाने में सूचना दी गई |
बच्चा ढाई से 3 साल का है, इतने छोटे उम्र में कोई आस पास में अकेले नहीं खेलने जा सकता |
जिसने भी उठाया होगा, वह कई दिनों से फ़िराक में जरुर रहा होगा, और समय देखकर दिन के दो बजे के करीब उठाया है |
पॉइंट नोटेड :-
बाहर का व्यक्ति अगर किडनेप किया होगा, तो मर्डर करने के बाद लाश को फ़ेकने गाँव तक नहीं आएगा |
इसका अर्थ यह हुआ, किडनेप करने के बाद बच्चे को आस-पास में ही कुछ दिन तक रखा गया था |
बच्चे को जिन्दा न छोड़ने का कारण
बच्चे को जिसने किडनेप किया था, बच्चा उसे जानता होगा, उसके बारे में बता देने के डर से |
फिरौती न कर पाने की वजह |
अपहरण करने का सीधा उद्देश्य मर्डर करना ही था |
बच्चे को जिसने किडनेप किया होगा, वह बच्चे को जिन्दा छोड़ भी सकता था |
आखिर कौन कर सकता है, मर्डर,
वह व्यक्ति मर्डर कर सकता है, जिसका बच्चे के परिवार से बहुँत बड़ी दुश्मनी हो |
बच्चे का परिवार गरीब हैं, पर भी पैसे की फिरौती के उद्देश्य से भी अपरहरण किया गया होगा |
पुलिस के छानबीन से सम्बंधित महत्वपूर्ण पॉइंट
1. जिस दिन गुम हुआ उस दिन का तथा उससे पहले के कुछ दिन के, और लाश मिलने के एरिया में, जो मोबाइल नंबर एक्टिव थे, उनका चेक अप |
2. अपराधिक लोगों की रिपोर्ट |
3. परिवार से दुश्मनी वाले लोग |
4. बाहरी राज्य के अपराधिक लोग का क्षेत्र में हाँथ |
5. जिसने मर्डर करके लाश को फेका, वह गाँव से परिचित जरुर होगा, शक बनता है |
6. आस पास के सी.सी.टी.वी. विडियो |
7. बच्चे को बेचने के फ़िराक से |
8. पैसे की फिरौती |
9. बांकी तो पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहाँ जा सकता है
डा. अभिषेक पल्लव ( एसपी, जिला जांजगीर -चाम्पा)
मंगलवार को बच्चे की अपहरण होने की सूचना मिली, आनन् फानन में पुलिस टीम तैयार किया था, जो मामले जाँच कर रहा था, अब बच्चे का शव मिलने के बाद, पुलिस शक्त तरीके छान बीन कर रही है |
बच्चे की शव की पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के बीच करवाया गया है, और विडियो ग्राफी की गई है, बांकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कहा जा सकता है |
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