यहॉ पर अरपा पइरी के धार गीत का Lyrics Download Pdf, गीतकार‚ Mp3, Audio, रिलिज डेट और अन्य सभी जानकारी दी गई है।

Arpa Pairi Ke Dhar lyrics in hindi‚ cg rajkiya geet lyrics‚
अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार
अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार‚
इन्द्राबती ह पखारय तोर पइॅया ।
महॅू पॉव परॅव तोर भुइॅया‚
जय हो जय हो छत्तिसगढ़ मइया ।।
सोहय बिन्दिया सही घाटे डोंगरी‚ पहार
चन्दा सुरूज बने तोर नैना‚
सोनहा धाने के संग‚ लुगरा के हरियर रंग
तोर बोली जइसे सुघर मइना ।
अँचरा तोरे डोलावय पुरवइया ।।
(महॅू पॉव परॅव तोर भुइॅया‚ जय हो जय हो छत्तिसगढ़ मइया ।।)
यह गीत छत्तीसगढ़ के प्रमुख गीतकार डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ी गीत ʺअरपा पइरी के धार महानदी हे अपारʺ को राज्य गीत घोषित किया गया है।
इस गीत को सभी सरकारी कार्यक्रम शुरूवात में गायन/ बजाने को सुनिश्चित किया गया है।
अरपा पैरी के धार गीत के रचनाकार कौन है?
इसे स्व डॉ नरेंद्र देव वर्मा ने लिखा था।
अरपा पैरी के धार गीत गायन की अवधी समय सीमा कितनी है।
उत्तर – 1 मिनट 15 सेकंड
अरपा पैरी के धार गीत को छत्तीसगढ़ का राजकीयगीत की मान्यता कब दी गई।
उत्तर – 18/11/2019
छत्तीसगढ़ी राज के गीत कौन सा है?
उत्तर – अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार।
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