यहॉ पर बताया गया है‚ भ्रम क्या है‚ भ्रम की परिभाषा‚ भ्रम की बिमारी‚ भ्रम के प्रकार‚ सावधानी और
भ्रम को दूर करने के उपाय।

इस आर्टिकल में यह सभी #हेडिंग शामिल हैं
भ्रम की परिभाषा
जो वास्तव (हकीकत‚ सत्यता) में है ही नहीं‚ उसे वास्तव में है‚ मान लेना भ्रम है।
भ्रम एक तरह का झुठ ही है।
भ्रम क्या है, Bhram Kya Hai
भ्रम क्या है‚ आपको बताने और समझाने के लिए कई तरह के उदाहरण प्रस्तुत कर रहा हूॅ‚
मिरिचका एक भ्रम है‚
- रेगिस्तान में मरीचिका-रेगिस्तान में दिन के समय यात्रियों को कुछ दूरी पर जलाशय या झील दिखाई देता है। उसके आस-पास के पेड़ के प्रतिबिंब ऐसे दिखाई देते हैं जैसे वे पानी के किनारे हों, किन्तु वहाँ पहुँचने पर जलाशय या झील का नामोनिशान नहीं होता है। इस दृष्टि भ्रम या धोखा को मरीचिका कहते हैं।
- गर्मी के दिनों में सड़क पर चलते है‚ तो एैसा दिखाई देता है‚ मानो सड़क पर गढ़ा हो गया हो‚ और पानी भरा हुआ है जैसा दुर से दिखाई देता है। लेकिन वास्तव में ऐसा होता ही नहीं‚ यह मरीचिका भ्रम है।
भ्रम की बीमारी
भ्रम एक प्रकार का विकार है‚ लेकिन यहीं विकार जब डर के रूप में बदल जाता है‚ तो यह मानसीक भ्रम के रूप में नजर आता है।
जैसे अकसर लोग किसी न किसी भ्रम के बारे में बात करते है।
घबराऍ नहीं अपने आप पर यकिन करें‚ यह कोई बिमारी नहीं है‚ यह एक विकार है।
भ्रम का कोई दवाई नहीं होता है‚ न कोई इंजेक्शन‚ और न हीं आयुरवैदिक‚ मऩ्त्र‚ गोली‚ अगर कोई इस प्रकार का देने की कोशिश करता है‚ तो न ले‚ अपने आप पर भरोसा रखे कि मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूॅ।
एक तो वह खुद भ्रमित है‚ और पैसा कमाने के लालच में आपको अनेक दवाई दे रहा है।
आप परामर्श जरूर ले‚ लेकिन सोच समझकर फैसला ले।
और एक खास बात ये पंडित वंडित के किसी बाबा के चक्कर में आकर मंदिर और उपाय में चढ़ावा नियम के भ्रम में पड़कर अपने को पागल समझकर यह न करना‚ नहीं तो जीवन भर यह पागलपन करते रहोगे।
भ्रम को दूर करने का उयाय आगे बताया गया है‚ पढ़ते रहे।
भ्रम मानसीकता के अंतर्गत आता है‚ भ्रम एक प्रकार का मनोविकार है‚ मन में उठने वाले विकार को मनोविकार कहते है।
आज के समय में अनेक लोग भ्रमित होकर‚ भ्रम को असल मानकार‚ जीवन को जी रहे है‚ जबकि वास्तव में ऐसा कुछ नहीं होता है।
लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए लोगों को भ्रमित करके रखते है‚ और उनका फायदा उठाते है‚ लोगों को अनेक तरह से भ्रमित करके रखें है।
भ्रम कितने प्रकार के होते हैं
भ्रम दो प्रकार के होते है‚
स्वभ्रम – स्वयं के द्वारा उत्पन्न भ्रम।
ब्रभ्रम – बाहरी लोगो के द्वारा भ्रमित भ्रम।
कभी–कभी स्वयं के द्वारा भ्रम किसी कारण से उतपन्न हो जाता है।
ब्रभ्रम के कुछ उदाहरणः–
जैसेः– झुठा भ्रम‚ लोगों को झुठ बोलकर भ्रमित करके करना।
झुठा इतिहास‚ लोगों को झुठा इतिहास बताकर भ्रमित करके रखना।
लोगों को डराकर भ्रमित करके रखना।
लोगों को झुठा लालच देकार भ्रमित करके रखना।
भेड़चाल भ्रम – एक भ्रमित व्यक्ति दूसरे को भ्रमित करने का काम करता है।
इस तरह से अनेक प्रकार के भ्रम होते है‚
एक और उदाहरण
एक व्यक्ति दूसरे को भ्रमित करने के लिए कहता है‚ वो देखो कौआ तुम्हारा कान काटकर ले जा रहा है‚
वह सामने वाला व्यक्ति‚ उस उड़ते हुए कौए के पीछे भागने लगता है।
एक तरह से सामने वाले व्यक्ति को भ्रमित करने का काम करता है।
और भ्रमित करने के लिए झुठ बोलता है‚ डर दिखाता है।
भ्रम को कैसे दूर करे
जैसा कि पहले बताया चुका है‚ भ्रम कोई बिमारी नहीं‚ विकार है।
भ्रम को दूर करने के लिए यह उपाय करें
आप चाहे किसी धर्म के हो यह सभी मानव के लिए है‚
- जल्दीबाजी नहीं‚ फुरसत में समय निकाले.
- इस तरह का कपड़ा पहने जो शरीर में न चुभे ढ़ीला आरामदायक.
- किसी शांत जगह का चयन करें. जहॉ पर कोई आपको डिस्ट्रब न करें
- ध्यान की मुद्रा में पालथी मारकार बैठे. आप कुर्सी में भी आराम से बैठ सकते है.
- बाऍ हाथ के उपर दाऍ हॉथ को रखे
- और धीरे-धीरे स्वॉस ले‚ और धीरे-धीरे स्वॉस छोडे़
- अपने मन को नॉक के छेद में लगाए‚ आने जाने वाले स्वॉस को महसूस करे
- यह क्रिया आप जितने मिनट से लेकर दिनभर कर सकते है‚
- नींद आने पर ऑखे खोलकर करें.
- आप को जब भी समय मिले यह क्रिया कई दिनों तक करते रहें

इससे मन एकाग्र होगा‚ मन का विकार दूर होगा‚ शरीर और मन में सत्यता आयेगा‚ बुध्दि दिमाग तेज होगा‚ और भ्रम स्वभाविक दूर हो जायेगा।
किसी प्रकार के प्रश्न और सुझाव और समस्या के लिए मुझे WhatsApp करे।
यह लेख योगेन्द्र धिरहे उम्र 28 के द्वारा लिखा गया है।
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